Government Rojgar Scheme : आज के दौर में जब नौकरी पाना दिन ब दिन चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है, स्वरोजगार एक प्रभावी विकल्प के रूप में उभर रहा है सरकार भी इस दिशा में कई योजनाओं के माध्यम से लोगों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रही है।इन योजनाओं का उद्देश्य है कि लोग अपने कौशल और संसाधनों का उपयोग करके स्वयं का व्यवसाय शुरू करें और आर्थिक रूप से सशक्त बनें।
यदि आप भी स्वरोजगार की राह पर कदम बढ़ाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है यहां हम आपको बताएंगे कि सरकार की कौन-कौन सी योजनाएं हैं जो स्वरोजगार में आपकी मदद कर सकती हैं, इन योजनाओं के लाभ क्या हैं, पात्रता मानदंड क्या हैं, और आवेदन प्रक्रिया कैसे पूरी की जा सकती है इस जानकारी के माध्यम से आप आसानी से जान सकेंगे कि कौन सी योजना आपके लिए उपयुक्त है और कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है इस योजना के तहत, गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है। ये ऋण वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों, माइक्रो फाइनेंस संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा दिए जाते हैं। उधारकर्ता इन संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम
यह योजना पारंपरिक कारीगरों और बेरोजगार युवाओं की मदद करके गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्व-रोज़गार के अवसर पैदा करने का उद्देश्य रखती है इस योजना के तहत, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को लोन दिया जाता है शहरी इलाके में PMEGP के लिए नोडल एजेंसी जिला उद्योग केंद्र (DIC) है, जबकि ग्रामीण इलाके में इसके लिए खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIC) से संपर्क किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
यह योजना युवाओं को उद्योग प्रासंगिक कौशल प्रशिक्षण लेने में सक्षम बनाती है, जिससे उन्हें बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद मिलती है इस योजना के तहत, 12वीं कक्षा छोड़ने वाले या 10वीं पास छात्र अपने कौशल को विकसित करने के लिए पीएमकेवीवाई में नामांकन कर सकते हैं इस योजना का उद्देश्य युवाओं के लिए उपलब्ध कौशल मार्ग पर अवगत विकल्प बनाने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र सृजित करना है
दीनदयाल अंत्योदय योजना
यह योजना शहरी गरीब परिवारों की गरीबी और असुरक्षा को कम करने के लिए उन्हें लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में सक्षम बनाती है।इस योजना का लक्ष्य चरणबद्ध तरीके से शहरी बेघरों को आवश्यक सेवाओं से सुसज्जित आश्रय प्रदान करना है।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले गरीब परिवारों की सहायता के लिए एक प्रभावी स्वरोजगार कार्यक्रम है इस योजना के तहत, स्वयं सहायता समूहों को घरेलू उद्योग धंधे विकसित करने हेतु ऋण उपलब्ध करवाया जाता है इसमें 75% केंद्र सरकार द्वारा और 25% राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।